Motivational story in Hindi कभी हार मत मानो - ldkalink
Motivational story in Hindi कभी हार मत मानो: इस मोटिवेशनल स्टोरी को यदि आप पूरा पढ़ते हैं तो यह कहानी आपको अपने लाइफ में कभी भी हार ना मानने के लिए प्रेरित करता है।
कभी-कभी ऐसा होता है कि हम अपने प्रयासों को लगातार जारी रखते हैं लेकिन लास्ट समय में हम अपने कार्य में थक जाते हैंक्यों की जिस समय में हम सफलता प्राप्त करना चाहते है उस समय तक नहीं हो पता है और फिर सोच लेते हैं कि अब यह काम मुझसे नहीं हो पाएगा।
लेकिन यदि हम थोड़ा और प्रयास करें, थोड़ा और धैर्य रखें और अपने प्रयासों को जारी रखे तो सफलता दूर नहीं होती है।
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| Motivational story in Hindi कभी हार मत मानो |
आज की यह प्रेरणादायक कहानी ऐसे ही है जो हमें हार ना माने के लिए प्रेरित करती है तो चलिए अब हम इस मोटिवेशनल हिंदी कहानी को आगे बढ़ाते हुए जानते हैं कि यह हमें किस तरह की शिक्षा प्रदान करती है।
Motivational story in Hindi कभी हार मत मानो
यह कहानी ऐसे दो मेंढकों की है जिसमें से एक पतला होता है और दूसरा थोड़ा इससे मोटा होता है दोनों में कुछ इस तरह से दोस्ती होती है कि जहां भी जाते थे हमेशा साथ जाते थे हमेशा साथ रहना खाना पीना होता था।
एक समय की बात है जब दोनों एक साथ एक गौशाला की ओर जा रहे थे तभी वहां एक दूध का डब्बा उन्हें दिखाई देता है इस दूध के डब्बे को देखकर एक मेंढक दूसरे से कहता है कि क्यों ना आज हम इस सफ़ेद और साफ पानी में तारे और इसका मजा ले।
ऐसा कहते हुए दोनों उस दूध के डब्बे में अंदर चले जाते हैं और बड़े मजे के साथ तैरने लगते हैं मस्ती करते हैं देखते देखते उनको उस दूध के डब्बे में शाम हो जाती है और फिर भी बाहर निकालने के लिए देखते हैं।
जब यह बाहर निकलना चाहते हैं तो बार-बार कोशिश करने के बाद में भी हुए बाहर नहीं आ पाते क्योंकि दूध के कारण बार-बार फिसल कर इस डब्बे में वापस गिर जाया करते हैं और ऊपर नहीं आ पा रहे होते है।
अब मोटा वाला मेंढक थोड़ी देर बाद थकने लगता है यह देखकर छोटे वाले मेंढकों कहता है कि हर मत मानो और ऊपर ही तैरते रहो, हो सकता है कोई आए और हमें देखें और हमें इस दूध के डब्बे से बाहर निकाल ले।
पर थोड़ी देर बाद ही वह मोटा मेंढक पूरी तरह से थक जाता है और तैरना बंद कर देता है और वह वही मर जाता है यह देखकर छोटे मेंढक बहुत दुख होता है की वह उसका जान नहीं बचा पाया।
वह सोचता है की अगर वह हार नहीं मानता है और अपने प्रयासों को बाहर निकलने के लिए जारी रखता है जोर-जोर से हाथ पैर हिलाते रहता तो थोड़े देर बाद कुछ अच्छा होता।
देखते ही देखते दूध मक्खन में बदलने लगता है जिससे कि अब उस दूध के डब्बे से बाहर आने में आसानी होने लगती है और थोड़े से ही प्रयासों के बाद वह मेंढक उस दूध के डब्बे से बाहर निकल जाता है पर अपने दोस्त के मर जाने पर उसे बहुत दुःख होता है वह सोचता है कि काश थोड़ा सा प्रयास और किया होता तो शायद वह आज बच जाता है।
ठीक ऐसे ही हम सबके जीवन में भी होता है कि हम जो भी लक्ष्य निर्धारित किए रहते हैं हम उसे पूरा करने के लिए अपना पूरा प्रयास लगा देते हैं लेकिन जब हमें समय पर सफलता नहीं मिलते रहते तो हम थक जाते हैं और हार मानने लगते हैं और सोचते हैं कि अब यह काम मुझसे नहीं होगा।
अगर हम इन परिस्थितियों में थोड़ा सा और धैर्य बनाकर अपने मेहनत को थोड़ा और ज्यादा करें तो निश्चित रूप से हमें हमारे लक्ष्य की प्राप्ति होती ही है।
Moral मोरल
कभी भी हार मत मानो, और तब तक प्रयास करते रहो, जब तक की सफलता न मिल जाए।
हर व्यक्ति अपने लाइफ में आगे बढ़ने का सोचता है और लगातार प्रयास करते भी रहता है लेकिन लास्ट समय में कहीं ना कहीं वह थकने लगता है सोचने लगता है कि हमें इस काम में सफलता नहीं मिल पाएगी।
यदि हम पॉजिटिव सोचकर लास्ट समय में और ज्यादा उत्साह और मेहनत के साथ अपने काम को अंजाम देते रहे तो निश्चित रूप से हमें सफलता मिलती है।
