shared vps dedicated hosting में अंतर - ldkalink
shared vps dedicated hosting में क्या अंतर है: जब हम वेब होस्टिंग की बात करते हैं तो वेब होस्टिंग के प्रकार में शेयर्ड होस्टिंग, वीपीएस होस्टिंग और डेडिकेटेड होस्टिंग यह तीनों ही महत्वपूर्ण होस्टिंग में से एक होते हैं।
लेकिन जब हम एक वेब होस्टिंग परचेस करने जाते हैं तब हमें यह पता नहीं होता है कि हमारे वेबसाइट के लिए कौन सा होस्टिंग सही है।
कौन सा होस्टिंग किस तरह से काम करते हैं हमें इनके बारे में कुछ भी नॉलेज नहीं होता है और हम इस स्थिति में एक गलत होस्टिंग का चयन कर लेते हैं जो आगे चलकर कुछ दिक्कत देखने को मिलता है या आने की संभावना होती है।
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shared vps dedicated hosting में अंतर |
यदि हम सही समय पर सही होस्टिंग का चयन कर लेते हैं तो हमें आगे चलकर किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है।
इसलिए आज के आर्टिकल में हम वेब होस्टिंग के प्रकार में ये तीनों प्रकार को समझेंगे कि होस्टिंग किस तरह के होते हैं ।
shared vps dedicated hosting में क्या अंतर (deference) है
इससे पहले भी हमने इन तीनों प्रकार के होस्टिंग के बारे में विस्तार से जाना था पर अभी हम इन तीनों में मुख्य अंतर को समझेंगे कि यह तीनों एक दूसरे से कैसे अलग होते हैं।
- shared hosting - इस होस्टिंग में एक सर्वर पर एक से अधिक वेबसाइट को रन कराया जाता है।
- vps hosting - इस होस्टिंग में एक यूजर को एक मैन सर्वर के एक हिस्से को सर्वर बनाकर प्रोवाइड कर दिया जाता है जिसमें केवल उसी का वेबसाइट ही इसमें होस्ट होती है।
- dedicated hosting - इस होस्टिंग में एक यूजर को एक पूरा सर्वर ही प्रोवाइड कर दिया जाता है।
अब हम इन तीनों होस्टिंग के बारे में उदाहरण के साथ विस्तार से समझने का प्रयास करते हैं।
shared और vps तथा dedicated hosting में अंतर
शेयर्ड होस्टिंग का उदाहरण (example)
मान को की एक बिल्डिंग है और इस बिल्डिंग में कई सारे फ्लैट्स है अब हमे इस बिल्डिंग में किसी एक फ्लैट को खरीदना है पर इसका चार्ज भी बहुत ज्यादा है तो हम चाहते हैं कि एक फ्लैट को हम पांच दोस्त मिलकर खरीदें और एक फ्लैट में एक साथ रहे।
जब एक फ्लैट पर पांच दोस्त रहते हैं तो हम देखते हैं कि इस फ्लैट के अंदर जितने भी वस्तुएं होती है जैसे रूम किचन, हाल ये सभी फ्रेंड्स में बट जाता है।
इन पांच दोस्तों में से कोई एक अकेला व्यक्ति इस प्लेट में अपनी मनमर्जी नहीं कर सकता है क्योंकि बाकी फ्रेंड्स का भी इसमें हक होता है इस तरह से इसमें किसी एक का पूरा कंट्रोल नहीं होता है।
क्योंकि यह सभी मिलकर एक साथ खरीदे होते है ठीक इसी तरह से शेयर्ड होस्टिंग होता है इसमें एक पूरे सर्वर में से किसी हिस्से को सर्वर बना दिया जाता है जिसमें कई सारे वेबसाइट रन कर रहे होते हैं।
अब एक ही सर्वर पर कई सारे वेबसाइट रन कर रहे होते हैं तो इसका फायदा यह है कि यह सस्ते में उपलब्ध तो हो जाता है पर इसके कुछ नुकसान भी होते हैं।
क्योंकि इसमें कई सारे वेबसाइट एक साथ होते हैं जिससे कि अगर कोई दूसरे वेबसाइट पर ट्रैफिक ज्यादा आता है तो इसका प्रभाव हमारे वेबसाइट पर भी देखने को मिलता है।
और इसके परिणाम स्वरुप हमारे वेबसाइट की स्पीड भी स्लो हो जाती है क्योंकि यह सभी वेबसाइट एक ही सर्वर पर रन होते रहते हैं।
अब आपको शेयर्ड होस्टिंग के बारे में पता चल गया होगा कि शेयर्ड होस्टिंग क्या होता है अब हम वीपीएस होस्टिंग के बारे में समझते हैं।
वीपीएस होस्टिंग का उदाहरण
वीपीएस होस्टिंग को हम इस प्रकार से समझ सकते हैं जैसे मान लो एक बिल्डिंग है और इस बिल्डिंग में कई सारे फ्लैट्स है इसमें से एक फ्लैट्स को केवल एक व्यक्ति खरीद कर इसमें रहता है।
मतलब इस प्लेट का मालिक वह व्यक्ति हो गया अब यह किसी दूसरे में शेयर नहीं होगा वह इसे अपने तरीके से मैनेज कर सकता है इस फ्लैट में वह अपने तरीके से जिस चीज का भी यूज करना चाहे वह अपने तरीके से कर सकता है।
जैसे की वह जिस भी रूम को बैटरूम बनना चाहे वह उसे अपने तरीके से मैनेज कर सकता है यानी कि वीपीएस होस्टिंग में मलिक का पूरा कंट्रोल उसके हाथ में होता है कि किस तरह से इसे मैनेज करना है।
डेडिकेट होस्टिंग का उदाहरण
अब हम डेडिकेट होस्टिंग के बारे में जानते हैं डेडीकेट होस्टिंग में किसी यूज़र द्वारा एक पूरा सर्वर ही खरीद लिया जाता है जैसे कि किसी व्यक्ति द्वारा एक पूरा बिल्डिंग ही खरीद लिया जाता है और एक बिल्डिंग खरीदने के बाद में वह इसे अपने तरीके से पूरा मैनेज कर सकता है सर्वर पर पूरा कंट्रोल व्यक्ति का ही होता है जिसके द्वारा खरीदा गया होता है इस पूरे सर्वर का मालिक यूजर अकेला हो जाता है और इन सारे चीजों का रिस्पांसिबिलिटी सर्वर खरीदने वाले के पर होता है।