class 9th और 11th में विस्थापन (displacement) की परिभाषा (definition) क्या है उदहारण से समझे
विस्थापन परिभाषा (displacement definition): आज हम विस्तार से जानने वाले हैं कि visthapan ki paribhasha kya hoti hai. विस्थापन को हम उदाहरण से कैसे समझ सकते हैं जानने के लिए इसे लास्ट तक जरूर पढ़े।
अगर आपसे कोई प्रश्न करता है कि visthapan ki paribhasha bataiye या फिर visthapan ki paribhasha likhiye/dijiye/den. तो आप इसे किस तरह से example से बता सकते हैं चलिए जानते है।
Visthapan ki paribhasha का उल्लेख कक्षा नवी (class 9th) तथा कक्षा ग्यारहवीं (class 11th) के पुस्तक में हिंदी इंग्लिश में (in Hindi) दिया गया है।
तो चलिए अब हम visthapan ki paribhasha Hindi mein ही वह भी अपने सरल शब्दों में udaharan sahit समझने का प्रयास करेंगे।
विस्थापन (displacement) की परिभाषा (definition) क्या है
विस्थापन (displacement) का अर्थ, एक निश्चित दिशा में किसी वस्तु की प्रारंभिक स्थिति और अंतिम स्थिति के बीच की न्यूनतम दूरी है यह एक सदिश राशि है जिसमें दिशा और परिणाम (मात्रा) दोनों ही होते हैं विस्थापन का एसआई मात्रक मीटर है।
इस तरह से विस्थापन को एक निश्चित दिशा में वस्तु की स्थिति में होने वाले परिवर्तन के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो वस्तु की प्रारंभिक स्थिति और अंतिम स्थिति के बीच की सबसे छोटी दूरी को बताता है चाहे उस वस्तु द्वारा दूरी को तय करने के लिए किसी भी रास्ते का अनुसरण किया गया हो।
इस तरह विस्थापन वस्तु द्वारा तय की गई न्यूनतम दूरी को दर्शाता है विस्थापन धनात्मक, ऋणआत्मक तथा शून्य हो सकता है पर दूरी सदैव धनात्मक होता है।
विस्थापन को कई तरह के उदाहरण से समझे
विस्थापन वस्तु की प्रारंभिक और अंतिम स्थिति के बीच की न्यूनतम दूरी को दर्शाता है:
1. आपके घर से आपके स्कूल की न्यूनतम दूरी 5 किलोमीटर है
मान लो आपके घर से आपके विद्यालय की न्यूनतम दूरी 5 किलोमीटर है इस तरह से आपकी प्रारंभिक स्थिति आपका घर है और आपकी अंतिम स्थिति आपका स्कूल है इन दोनों के बीच की न्यूनतम दूरी 5 किलोमीटर ही विस्थापन कहलाता है।
न्यूनतम दूरी से आशय यह है कि आपके घर से विद्यालय तक की कम से कम दूरी से है, अगर देखा जाए तो आपके घर से विद्यालय तक पहुंचाने के लिए आपको एक से अधिक मार्ग होंगे यदि आप इन अलग-अलग रास्ते से अपने स्कूल तक पहुंचे हैं तो इन सब रास्तों की दूरी भी अलग-अलग हो जाती है पर विस्थापन आपके प्रारंभिक स्थिति और अंतिम स्थिति के बीच की दूरी को ही दर्शाता है चाहे आपके द्वारा किसी भी मार्ग से दूरी तय की गई हो।
जब आप अपने घर से विद्यालय तक जाते हैं तो आपको न्यूनतम दूरी 5 किलोमीटर तय करने पड़ती है जाने के लिए, लेकिन जब आप स्कूल से घर आते हो तो फिर आपको 5 किलोमीटर की न्यूनतम दूरी तय करनी पड़ती है अब इस स्थिति में यदि देखा जाए तो विस्थापन का मान शून्य हो जाता है क्योंकि जिस जगह से आपने चलना स्टार्ट किया था उसी जगह पर वापस आ गए हो, इस तरह से प्रारंभिक बिंदु और अंतिम बिंदु एक ही हो गया इस तरह से यहां पर विस्थापन का मान शून्य हो जाता है।
2. घर से 5 मी पूर्व की ओर चलना, फिर 2 मी पश्चिम की ओर चलना
मान लो आपके द्वारा घर से 5 मी पूर्व की ओर चला गया फिर वहां से आप 2 मी वापस पश्चिम की ओर आ गए, इस स्थिति में आपके द्वारा चली गई कुल दूरी 7 मीटर होगी पर विस्थापन (5 - 2 = 3 m) होगा।
3. वृत्त के एक चक्कर लगाने में
मान लो कि आपके द्वारा एक वृताकार मार्ग में जिस बिंदु से चलना स्टार्ट किया था एक चक्कर लगाकर उस बिंदु पर आपस आकर रुक गए, इस तरह से आपने जिस बिंदु से चलना स्टार्ट किया था उसी जगह पर आकर वापस रुक गए इस तरह प्रारंभिक बिंदु ही अंतिम बिंदु बन जाता है ऐसी स्थिति में विस्थापन का मान शून्य हो जाता है।
4. कार द्वारा तय की गई दूरी और विस्थापन
जब कोई कार 100 मीटर की दूरी एक सीधे मार्ग में तय करती है फिर इस मार्ग में वापस 50 मीटर दूरी आ जाती है इस तरह से कार द्वारा तय की गई कुल दूरी 150 मी हो जाती है पर विस्थापन (100 -50 = 50m) ही होगा, क्योंकि विस्थापन वस्तु की प्रारंभिक और अंतिम स्थिति के बीच की न्यूनतम दूरी को दर्शाता है अर्थात कार जहां से चलना स्टार्ट किया था उस जगह से लेकर कार जिस जगह पर वापस आकर रुका, इनके बीच की न्यूनतम दूरी विस्थापन कहलाता है।