Motivational story in Hindi बलिदान करना - ldkalink

Motivational story in Hindi बलिदान करना: यह हिंदी कहानी (Hindi kahani) एक ऐसे प्रेरणादायक (prernadayak/inspirational) कहानी के रूप में उन सभी बच्चों/विद्यार्थियों/बड़ो (kids/students/children's) के लिए है जो हमें बताता है कि यदि हम अपनी इच्छाओं को मार के, बलिदान करके किसी दूसरे की सहायता करते हैं तो यही सहायता आगे चलकर हमें भी कहीं ना कहीं जरूर मिलती है और इसे आज हम एक मोटिवेशनल कहानी के रूप में समझने वाले हैं।  

यदि आप अपने आप को हमेशा मोटिवेट करना चाहते हैं, जीवन (life) में हमेशा आगे बढ़ना चाहते हैं, कुछ नया सीखते, सिखाते रहना चाहते है, आप अपने लाइफ में सफलता (success) प्राप्त करना चाहते हैं, एक सफल व्यक्ति के रूप में सबके सामने आना चाहते है तो यह मोटिवेशनल स्टोरी हिंदी में आपके लिए ही है इसलिए इसे लास्ट तक जरूर पड़े।  

तो चलिए आज हम इस ब्लॉग यानी की www.ldkalink.com पर एक ऐसे motivational story in Hindi बलिदान करना को पढ़ने जा रहे हैं। 


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Motivational story in Hindi बलिदान करना

Motivational story in Hindi बलिदान करना

एक समय की बात है जब एक गरीब व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर एक ऐसे ज्ञानी व्यक्ति के पास जाना चाहता है और अपने गरीबी से बाहर निकालने का उत्तर ढूंढना चाहता है। 

एक दिन वह आदमी उस ज्ञानी बाबा के पास जाने का ठान लेता है और घर से निकल पड़ता है दूरी बहुत होने के कारण शाम के समय एक व्यक्ति के घर में शरण ले लेता है। 

जिस घर में वह गरीब आदमी रुकता है वहां का मालिक उस व्यक्ति से एक प्रश्न पूछता है कि तुम कहां जा रहे हो, वह गरीब व्यक्ति उस आदमी को बताता है कि मैं अपने गरीबी से कैसे बाहर निकल सकता हूं इसका उत्तर पूछने के लिए एक बाबा के पास जा रहा हूं। 

उसकी यह बात सुनकर उस घर के मालिक ने उस गरीब व्यक्ति से कहा, मेरी भी एक छोटी सी समस्या है मेरे घर में 30 साल की मेरी एक लड़की है जो एक थोड़ा विकलांग होने के कारण अच्छे से चल नहीं पाती है क्या तुम उस बाबा से यह पूछ सकते हो कि मेरी बेटी कब अच्छे से चल पाएगी तो आपकी बहुत कृपा होगी क्योंकि मेरी बेटी के ना चल पाने के कारण आज इसकी सादी ही नही हो पा रही है। 

वह गरीब व्यक्ति ने कहा हां बिल्कुल, मैं उस बाबा से आपके प्रश्न का जवाब जरूर पूछूंगा और यह बोलते हुए वह आगे की ओर निकल पड़ता है। 

थोड़ी देर बाद में उस गरीब व्यक्ति को एक जादूगर मिलता है वह जादूगर उस आदमी से पूछता है कि तुम कहां जा रहे हो वह आदमी बताया कि मैं एक ऐसे बाबा के पास जा रहा हूं जो मेरे प्रश्न का उत्तर देगा कि मैं अपनी गरीबी से कैसे बाहर निकल सकता हूं। 

यह सुनकर उस जादूगर ने उस आदमी से कहा मेरी भी एक समस्या है जाते-जाते मेरा भी एक सवाल उस बाबा से पूछना कि मैं कब स्वर्ग जाऊंगा।

उस आदमी ने जादूगर से कहा ठीक है मैं आपके भी प्रश्न को उस बाबा से पूछूंगा और इसका उत्तर आपको आकर बताऊंगा।  

यह कहते हुए वह आदमी आगे की ओर निकल पड़ता और थोड़ी देर बाद में उसे एक कछुआ सामने नजर आता है ।

कछुआ उस आदमी को देखकर प्रश्न करता है कि आप कहां जा रहे हो वह आदमी फिर से बताया कि मैं एक बाबा के पास जा रहा हूं और अपने प्रश्न का उत्तर ढूंढना चाहता हूं कि मैं इस गरीबी से कैसे बाहर निकल सकता हूं। 

कछुआ उसकी यह बात सुनकर कछुए ने भी अपना एक प्रश्न रखा कि आप उस बाबा से मेरे लिए भी एक प्रश्न पूछना कि मैं एक ड्रैगन कब बन सकता हूं। 

उस आदमी ने कहा कि हां मैं आपका प्रश्न जरूर रखूंगा और इसका उत्तर आपको आते समय बताऊंगा। 

अब वह आदमी आगे की ओर निकल पड़ता है और बाबा के पास पहुंच जाता है वहां पहुंचने के बाद पता चलता है कि वह सिर्फ उस बाबा से 3 सवाल ही बस कर सकता है उससे ज्यादा नहीं। 

वह आदमी बहुत सोच में पड़ जाता है क्योंकि उसके पास अब चार प्रश्न पूछने को होते हैं और उनको समझ नहीं आता है कि किसका प्रश्न अब छोड़ जाए। 

थोड़ी देर वह सोचता है कि यदि मैं इन सब का प्रश्न नहीं पूछता हूं तो इन सबको बुरा लगेगा इसलिए मैं अपना प्रश्न छोड़ देता हूं और इनकी सहायता कर देता हु और बाकी इन तीनों के प्रश्न का उत्तर पूछ कर मैं वापस लौट जाता हूं। 

बाबा ने कछुए के द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर दिया कि जब वह अपना कवच छोड़ देगा तो वह एक ड्रैगन बन जाएगा। 

बाबा ने उसके दूसरे प्रश्न का उत्तर दिया कि जब जादूगर अपना छड़ी छोड़ देगा यानि किसी दूसरे को दे देगा तब वह स्वर्ग को प्राप्त कर लेगा। 

बाबा ने उसके तीसरे प्रश्न का उत्तर दिया उस लड़की से एक बार पूछो कि क्या वह शादी करना चाहती है और किससे करना चाहती है उसके बाद वह अच्छे से चल भी पाएगी और उसकी शादी भी हो जाएगी। 

घर आते समय वह आदमी उस कछुए से मिला और कहा, तुम अपना कवच छोड़ दो जब वह अपना कवच छोड़ दिया, तो वह एक ड्रैगन का रूप ले लिया और उसके कवच छोड़ने पर उस आदमी को कई सारे मोती मिले। 

वह आदमी आगे की ओर निकल पड़ा और जादूगर के पास जाकर कहा तुम अपनी जादुई छड़ी किसी दूसरे को दे दो, यह सुनते ही वह जादूगर अपनी जादुई छड़ी इस गरीब व्यक्ति को ही दे दिया और वह स्वर्ग चल पड़ा।  

वह आदमी आगे की ओर निकल पड़ा और उस मकान मालिक के पास चले गया और उसे उसके प्रश्न का उत्तर बताया कि आप अपने लड़की से पूछो कि उसे कोई पसंद है जिससे वह शादी करना चाहती है। 

लड़की ने बताया कि मुझे यही आदमी पसंद है और मैं इसे से ही शादी करना चाहती हूं इस तरह से वह आदमी उसे लड़की से शादी करने के लिए राजी हो गया। 

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि यदि हम किसी दूसरे की हेल्प करते हैं तो वही हेल्प आगे चलकर कहीं ना कहीं खुद को भी मिलती है। 

Moral (शिक्षा)

यदि आप अपनी इच्छाओ बलिदान करके जरूर पढ़ने पर दूसरों की सहायता करते हैं, तो आगे चलकर यही सहायता आपको भी दूसरों से मिलती है। 

 

जीवन में आगे बढ़ने के लिए यदि आपको किसी दूसरे की सहायता करनी पड़े तो कभी मना मत करना, हमेशा उसकी मदद करते हुए आगे बढ़ते रहना, क्योंकि आपके द्वारा की गई सहायता सामने वाला हमेशा याद रखता है और उसी सहायता को याद करके ही समय आने पर आपका भी सहायता करने का सोचता है।

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